चंडीगढ़
सिटी ब्यूटीफुल के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। देश की पहली बुलेट ट्रेन दौड़ाने के लिए मुंबई और अहमदाबाद के बीच बन रहे हाई स्पीड कॉरिडोर की तर्ज पर रेलवे ने देशभर में ऐसे छह और कॉरिडोर बनाने की तैयारी कर ली है। इनमें दिल्ली से अमृतसर तक का भी एक नया मार्ग शामिल है, जो चंडीगढ़, लुधियाना, जालंधर होते हुए अमृतसर तक पहुंचेगा। इस मार्ग की कुल लंबाई 459 किमी होगी।
2020 तक इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली जाएगी। इसकी पुष्टि रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने की है। उन्होंने बताया कि पूरे देश में मुंबई और अहमदाबाद के बीच बन रहे हाईस्पीड कॉरिडोर की तर्ज कुल छह कॉरिडोर के लिए मार्गों को चिह्नित कर लिया गया है। बता दें कि हाईस्पीड कॉरिडोर पर ट्रेन को अधिकतम 300 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से दौड़ाया जा सकता है, जबकि सेमी हाईस्पीड कॉरिडोर पर अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
आगामी केंद्रीय बजट से पहले उसमें मौजूद प्रस्तावों की तरफ इशारा करते हुए चेयरमैन यादव ने कहा कि इन छह चिह्नित मार्गों पर हाईस्पीड ट्रेन दौड़ेगी या सेमी हाई स्पीड ट्रैक बनाया जाएगा, इसका निर्णय डीपीआर तैयार होने के बाद ही होगा। डीपीआर में इन मार्गों की व्यवहारिकता आंकी जाएगी, जिसमें जमीन की उपलब्धता, ट्रैक अलाइनमेंट और यातायात की क्षमता का अध्ययन शामिल है।
ये होंगे छह नए कॉरिडोर
- 459 किमी लंबा दिल्ली-चंडीगढ़-लुधियाना-जालंधर-अमृतसर सेक्शन।
- 865 किमी लंबा दिल्ली-नोएडा-आगरा-लखनऊ-वाराणसी सेक्शन।
- 886 किमी लंबा दिल्ली-जयपुर-उदयपुर-अहमदाबाद सेक्शन।
- 753 किमी लंबा मुंबई-नासिक-नागपुर सेक्शन।
- 711 किमी लंबा मुंबई-पुणे-हैदराबाद सेक्शन।
- 435 किमी लंबा चेन्नई-बंगलूरू-मैसूर सेक्शन।